संग तुम्हारे जीवन की ये राहें सीताराम जी की कृपा से, चार महीने संग चलते रहे, हाथों में हाथ थामे, संग-संग जीवन के हर कदम बढ़ाते रहे। तुम हो मेरी प्रार्थना का उत्तर, हर पल, हर घड़ी तुम्हारे साथ, जीवन का ये सफर स्वर्णिम बना है, तुमसे ही मेरे दिल का हर आकाश सजा है। तेरी हँसी में है वो मिठास, जो मेरे हर दुःख को पल में मिटा देती है। तेरी आँखों में बसती है वो रौशनी, जो मेरे सपनों को हकीकत में बदल देती है। चार महीने के इस सफर में, हर दिन एक नई उम्मीद लेकर आया है। तुम्हारे साथ बिताए ये पल, मुझे हर लम्हा खुशियों से भरा नज़र आया है। हम यूँ ही संग-संग रहें सदा, हर बाधा को पार करते हुए। तुमसे ही तो है ये जीवन पूरा, सदा तुम संग, ये मेरा वचन है। सीताराम जी की कृपा हम पर बनी रहे, हमेशा यूँ ही साथ चलते रहें, तुम हो तो ज़िंदगी महकती है, तेरे बिना ये सफर अधूरा लगता है। #Sukoon #SukoonCouple
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश का प्राचीन और पवित्र नगर उत्तर प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में स्थित होने के कारण प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के कारण बहुतायती यात्री आते हैं। यहां पर्यटन की एक धार्मिक और पौराणिक स्थली भी है, जो प्रयागराज के रूप में जानी जाती है। प्रयागराज, पूर्वी भारत में स्थित एक अत्यंत पवित्र स्थान है, जहां तीर्थ यात्री, साधु-संत और विद्वानों का आकर्षण रहा है। इस लेख में हम प्रयागराज के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानेंगे और इस शहर में यात्रा करने के कुछ आदर्श तरीकों पर चर्चा करेंगे। संगम स्नान: प्रयागराज अपने संगम स्नान के लिए विख्यात है, जहां त्रिमुखी संगम ब्रह्मा जी का तीसरा मुख है, और यहां पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी संगमित होती हैं। इसे "त्रिवेणी संगम" भी कहा जाता है। यहां बड़े संख्या में श्रद्धालु आते हैं और स्नान करके अपने पापों को मिटाते हैं। कुंभ मेले जैसे धार्मिक महोत्सवों के समय यहां लाखों लोग संगम स्नान करने आते हैं। प्रयागराज का किला: प्रयागराज का किला या प्रयाग किला एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा बनाया गया है और ...